Publisher : पेंगुइन बुक्स इंडिया (28 January 2020) Language : Hindi Paperback : 128 pages ISBN-10 : 9353495687 ISBN-13 : 978-9353495688 Item Weight : 1 kg Dimensions : 20.3 x 25.4 x 4.7 cm Country of Origin : Ghaziabad सचाई पर चलकर भी जब उसे पग-पग की ठोकरे खानी पड़ी तो उसकी आत्मा विद्रोही हो उठी, परंतु हर ओर से दर्द, अवहेलना तिरस्कार पाकर भी उसका व्यक्तित्व टूट नहीं सका। ऐसा था नारायण और ऐसी ही थी नीरू, मगर नीरू अंत में टूटी बिखरी और नारायण। उसका क्या हुआ? बंगला के प्रतिष्ठित उपन्यासकार ताराशंकर बंधोपाध्याय का यह उपन्यास उत्कृष्ट रचना है|